रात के दो बजे हैं, पर यहाँ यहाँ एक धुँधली धूप हैं जो मुझे सोनें नही दे रही.
फ्रेडरिक्क सो रहा है, पर आज मुझे नींद नही आ रही. इस खूबसूरत घर मैं, जिससे स्विस लोग शेलेट कहते है, एक आरामदायक कुर्सी है, मेरे लिखेने के लिए एकदम उप्युक्त. फ्रेडरिक्क खीज कर मुझे बूढ़ी अम्मा बुला रहा है, पर मैं रज़ाई मैं दुबक्कर, आग के सामने, हाथों मैं वाइन का प्याला लिए बहुत खुश हूँ. ना जाने कब यह जादुई पल फिर नसीब हो, ना जाने फिर कब रात को दो बजे धुँधली धूप देखने मिले?
आज हम वास्टरबट्टेन इलाक़े के जोर्न शहर में हैं, जहाँ फ्रेडरिक्क का परिवार रहता है.
हम उम्ेआ से रतन की तरफ बढ़े. रतन उत्तरी स्वीडन का एकलौता शहर हैं जहाँ युद्ध हुआ था. इतिहासिक तौर पर यह एक ग़रीब शहर था, परपिछले शतक यहाँ बोलद्ीएन में सोने की खदान के मिलने के बाद परिस्थिति मैं परिवर्तन हुआ और आज इस शहर को ‘स्वर्णिम शहर’ के नाम सेजाना जाता है. १९२४ से यह युरोप के सबसे मशहूर खदानों मैं से एक हैं, और हम जिस तरफ भी जाते हमें ‘ग्रव’ शब्द पढ़ने मिला, जिसकाशाब्दिक अर्थ स्वर्ण होता है.
यहाँ एक ‘ग्रव’ संग्रहालय भी है, जहाँ आप यहाँ के खदानों की तस्वीरें देख सकते हैं. गंतव्य पहुचने से पहले हम ‘टसार्क’ प्रदेश से गुज़रते हैं, जहाँ केलोग ‘श्रेक’ नामक राक्षस जैसे प्रतीत होते थे. यह जगह नदियों, झीलों और तालाबों से भारी पड़ी हैं, और यहाँ के बर्च के पेड़ों के तने इतने पतले हैंजैसे की बास.
हम फ्रेडरिक्क के घर दोपहर ३ बजे पहुचे, जहाँ हमारा स्वागत उसके माता पिता ने एक गरम वäफ़्फेल और घर मैं बने जोर्टरोन जॅम के साथ किया.
फ्रेडरिक्क की माताजी ज़्यादा अँग्रेज़ी नही बोलती, और शायद इसीलिए मुझसे संकुचित रहती है. उनसे बात करना कठिन है, क्योंकि वो ज़्यादाअँग्रेज़ी नही बोलती और मेरा स्वीडिश ज्ञान बहुत थोड़ा है.
फ्रेडरिक्क के पिताजी बहुत की खुशमिजाज़ और मज़ाकिया किस्म के इंसान है, और वह मुझे अपना घर दिखाने ले गये. मुझे सावधान कर दियागया था, की ‘मीयौ’ जैसे आवाज़ें मैं ना निकालों, क्योंकि पिताजी एक शिकारी है, और ऐसे आवाज़ों का परिणाम घातक हो सकता हैं. मैं जानता हूकी यह एक मज़ाक हैं, पर अचरज की बात तो यह हैं की वहाँ मुझे एक भी ज़िंदा जानवर दिखाई नही दिया.
फ्रेडरिक्क का घर बहुत बड़ा है, और जंगल के सामने वाले घर की दो मंज़िलें उसकी संपत्ति हैं. ऐसा लगता हैं, की किसी समय यह एक खलिहानरहा होगा, पर आज सामान रखने के लिए उपयोग होता हैं. वहाँ मैने एक ‘फ्रिड्ज’ देखा जहाँ ‘मूस’ नामक प्राणी का माँस रखा जाता है, एक पुरानाट्रॅक्टर और कुछ ‘स्नों मोबाइल्स’, जिनका प्रयोग ठंड के मौसम मैं यातयात के लिए किया जाता हैं. बाद में फ्रेडरिक्क ने मुझे अपना अतिथि ग्रहदिखाया, जहाँ आराम की सारी सुविधाएँ उपलब्ध हैं. यहाँ का एक कमरा फ्रेडरिक्क अपनी पुरानी चीज़ों, जैसे की क्रिस्मस के उपहार, किताबें औरयूनिवर्सिटी के नोट्स रखने के लिए करता हैं. मेरे आने के उपलक्ष मैं उसने इन कमरों की आच्छे से सफाई की थी, पर यहाँ भी उसने अपना डरावनाशौक़ नही छोड़ा. मैने २ नकली ‘ममी’ फेकने के लिए रखे थे, जो वो यहाँ ले आया था और मुझे बड़े गर्व से दिखा रहा था.
मैं कुछ समय उसकी किताबों और लॉ के नोट्स देखने मैं बिताए, और अचानक मेरे हाथ एक लाल मोमबत्ती लगी, जिसमे कुछ नकली लाइट बल्बथे.
कुछ समय बिना ध्यान बाँटाए मैने क्रिमिनल लॉ, टॅक्स लॉ पढ़ने की कोशिश की, और फिर फ्रेडरिक्क से पूछा की इन किताबों को कहाँ रखों? वोचाहता हैं की यह सारी किताबें आग मैं जल जाए.
मैने अपने लिखे हुए पन्ने निकाल के अलग से रख दिए और कुछ देर बाद उसकी ‘आंटी से मिलने चले गये, जो बस कुछ ही देर पहले आए थे.
Translated by Mihir Paranjape